गीता महोत्सव : 1 से 10 दिसंबर तक चलाईं जाएंगी 100 स्पेशल मेला बसें

 


गीता महोत्सव : 1 से 10 दिसंबर तक चलाईं जाएंगी 100 स्पेशल मेला बसें


कुरुक्षेत्र। अगर आप कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में जाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है। एक दिसंबर से 10 दिसंबर तक 100 स्पेशल मेला बसें चलाई जाएंगी। इन बसों में सफर तो आसान होगा ही साथ ही आपको टिकट पर 50 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी। इतना ही नहीं इन बसों के चलने से 9 राज्यों के लोगों को फायदा होगा। यह जानकारी विधायक सुभाष सुधा ने दी है।


 

उन्होंने केडीबी में बने मीडिया सेंटर में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव 2019 का आयोजन 23 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगा। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 3 से 8 दिसंबर तक होंगे। इस महोत्सव के लिए सरकार की तरफ से एक से 10 दिसंबर तक 100 किलोमीटर के दायरे में आने वाले पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, पानीपत, जींद व सोनीपत जिलों में स्पेशल मेला सेवा शुरू की जाएगी। इन बसों का बकायदा शेड्यूल तैयार किया जाएगा और कूपन सेवा भी शुरू होगी। पहले कूपन लेने वाले यात्रियों को किराये में 50 प्रतिशत छूट दी जाएगी। उन्होंने कहा कि महोत्सव को लेकर शहर में 5 लोकल बस सेवा शुरू की जाएंगी और 48 कोस के तीर्थों का भ्रमण करने के लिए यात्रियों के लिए नियमित रूप से 2 मिनी बसों को चलाने की योजनाओं पर भी काम किया जा रहा है। इन जिलों के तीर्थ यात्रियों को इस बस सेवा का फायदा मिलेगा और अधिक से अधिक लोग अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के कार्यक्रमों सहित सरस और शिल्प मेले के आयोजन को देख सकेंगे। आसपास के जिलों में बस सेवा एक से अधिक चक्कर लगाएगी और दूर के जिलों में बस यात्रियों की सुविधा के अनुसार चलेगी।
जिला स्तर पर 6 से 8 दिसंबर तक होंगे तीन दिवसीय कार्यक्रम
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 6 से 8 दिसंबर तक जिला स्तर पर गीता महोत्सव का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव में सेमिनार, प्रदर्शनी और शोभायात्राओं का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा लोक कलाकारों द्वारा भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी दी जाएगी।
48 कोस के तीर्थों पर आयोजित होंगे कार्यक्रम
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की ओर से पहली बार अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव को व्यापक रूप देने के लिए 48 कोस के तीर्थों पर कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 41 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ भजन संध्या व सायंकालीन आरती होगी।